सेब खाने के फायदे
🌟 परिचय(Introduction) :-
सेब एक फल है जिसकी गणना उत्तम कोटि के फलों में की जाती है। इसका मूल देश यूरोप और एशिया के ठंडे पहाड़ी प्रदेश हैं। सेब के गुणों की प्रशंसा में अनेक लोकोक्तियां प्रसिद्ध हैं जैसे सोते समय रोजाना एक सेब खाते रहे तो डॉक्टर छाती पीट कर रहा जाए।
सेब के पेड़ की ऊंचाई ज्यादा बड़ी नहीं होती है वह छोटा होता है। सेब अनेक प्रकार के होते हैं। इनमें गोल्डन डीलीशन, प्रिंस अल्बर्ट ,चार्ल्स रोस, न्यूटन वंडर, बेमले सीडलिंग, अमरीकन मधुर यह सेब के अलग-अलग प्रसिद्ध प्रकार हैं। सेब का अनेक अचार, मुरब्बा, चटनी और शरबत भी बनाया जाता है।
सेब के पेड़ की ऊंचाई ज्यादा बड़ी नहीं होती है वह छोटा होता है। सेब अनेक प्रकार के होते हैं। इनमें गोल्डन डीलीशन, प्रिंस अल्बर्ट ,चार्ल्स रोस, न्यूटन वंडर, बेमले सीडलिंग, अमरीकन मधुर यह सेब के अलग-अलग प्रसिद्ध प्रकार हैं। सेब का अनेक अचार, मुरब्बा, चटनी और शरबत भी बनाया जाता है।
🌟 स्वरूप(Types) :-
सेब बहुत प्राचीन एवं पुराना फल है। सेब का उल्लेख चीन, बेबी लोन और मिस्र के साहित्यय में से मिलता है जिससे यह प्रमाणित हो जाता है कि ये बहुत ही प्राचीन फल है। इसकी बहुत सी प्रजातियां है और हर प्रजाति के स्वाद, आकार और रंगत में भिन्नताा होती। वर्तमान मैं लगभग 7000 प्रजातियां पाई गई है।
भारत का पर्वतीय क्षेत्र जो कि जम्मू एवं कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड है जहां सेब का उत्पादन सबसे ज्यादा होता है। कुछ हद तक इसकी खेती अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड ,पंजाब और सिक्किम में भी की जाती है।उत्तराखंड के नैनीताल में इसकी सबसे ज्यादा पैदावार होती है। उत्पादन के मामले में दूसरे नंबर पर अल्मोड़ा है। हमारे भारत देश में कश्मीर का सेब काफी प्रसिद्ध है। भारत में सेब को एक व्यावसायिक फसल माना गया है। इसका उत्पादन क्षेत्र 6000 से 8000 फीट ऊंची पहाड़िया है। सेब की विशेषता यह है कि यह ऊपर से देखने में ठोस लगता है, परंतु इसका छिलका मुलायम और भीतरी भाग गुदेदार होता है।इसकी गोलाई 5 से 8 सेंटीमीटर तक होती है।
🌟 विशेषताएं(characteristics) :-
सेब का स्वाद खट्टा-मीठा होता है। खट्टे मीठे स्वाद वाला सेब ही उत्तम माना जाता है।सेब पित्त वायु को शांत करता हैं। प्यास मिटाता है और आंतों को मजबूत करता है। आमयुक्त पेचिशक मिटाने का गुण भी सेब में है। सेब को छीलकर नहीं खाना चाहिए क्योंकि इसके छिलके मे बहुत सारे महत्वपूर्ण
भारत का पर्वतीय क्षेत्र जो कि जम्मू एवं कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड है जहां सेब का उत्पादन सबसे ज्यादा होता है। कुछ हद तक इसकी खेती अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड ,पंजाब और सिक्किम में भी की जाती है।उत्तराखंड के नैनीताल में इसकी सबसे ज्यादा पैदावार होती है। उत्पादन के मामले में दूसरे नंबर पर अल्मोड़ा है। हमारे भारत देश में कश्मीर का सेब काफी प्रसिद्ध है। भारत में सेब को एक व्यावसायिक फसल माना गया है। इसका उत्पादन क्षेत्र 6000 से 8000 फीट ऊंची पहाड़िया है। सेब की विशेषता यह है कि यह ऊपर से देखने में ठोस लगता है, परंतु इसका छिलका मुलायम और भीतरी भाग गुदेदार होता है।इसकी गोलाई 5 से 8 सेंटीमीटर तक होती है।
🌟 विशेषताएं(characteristics) :-
सेब का स्वाद खट्टा-मीठा होता है। खट्टे मीठे स्वाद वाला सेब ही उत्तम माना जाता है।सेब पित्त वायु को शांत करता हैं। प्यास मिटाता है और आंतों को मजबूत करता है। आमयुक्त पेचिशक मिटाने का गुण भी सेब में है। सेब को छीलकर नहीं खाना चाहिए क्योंकि इसके छिलके मे बहुत सारे महत्वपूर्ण